TWS की उत्पत्ति: तार से आज़ादी का पहला कदम
TWS की कहानी 2014 के आसपास शुरू होती है, जब कुछ स्टार्टअप्स ने बाएँ और दाएँ इयरपीस को जोड़ने वाले आखिरी तार को भी हटाने का प्रयोग शुरू किया। इससे पहले, वायरलेस हेडफ़ोन में दोनों कलियाँ (earbuds) आपस में एक कॉर्ड या नेकबैंड से जुड़ी होती थीं।
पहला पदार्पण (2015): 2015 में जापानी कंपनी Onkyo ने अपने पहले सच्चे वायरलेस इयरफ़ोन, Onkyo W800BT को लॉन्च करके इस तकनीक को पहली बार बाज़ार में उतारा।
बाज़ार का गेम चेंजर (2016): TWS को सही मायने में आम जनता के बीच लोकप्रिय बनाने का श्रेय Apple और उनके AirPods (2016) को जाता है। आईओएस डिवाइसों के साथ इसका सहज एकीकरण, चार्जिंग केस का इनोवेटिव कॉन्सेप्ट, और झंझट मुक्त पेयरिंग ने इंडस्ट्री के लिए एक नया मानक स्थापित किया। इस सफलता ने अन्य कंपनियों को भी इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश करने के लिए प्रेरित किया।
शुरुआती TWS मॉडल मुख्य रूप से तार से मुक्ति पर केंद्रित थे। लेकिन, उनमें कनेक्टिविटी की समस्या, कम बैटरी लाइफ और औसत ऑडियो क्वालिटी जैसी कमियाँ थीं। 2017 के बाद से, TWS इयरबड्स का विकास केवल सुविधा से हटकर उच्च प्रदर्शन की ओर हुआ:
ANC का बोलबाला: एक्टिव नॉइज़ कैंसलेशन (ANC) तकनीक आज हाई-एंड TWS उत्पादों का मानक बन गई है, जो उपयोगकर्ताओं को बाहरी शोर से पूरी तरह अलग करके संगीत का अनुभव कराती है।
स्वास्थ्य निगरानी: नवीनतम प्रगति में TWS इयरबड्स को स्मार्ट वियरेबल्स में बदलने की क्षमता शामिल है। अब कंपनियाँ ऑडियो प्रोसेसिंग तकनीक का उपयोग करके इयरबड्स में हृदय गति और श्वसन दर (vital signs) जैसी महत्वपूर्ण स्वास्थ्य जानकारी की निगरानी की सुविधा जोड़ने पर काम कर रही हैं।
TWS इयरबड्स ने न केवल ईयरफ़ोन जैक को मोबाइल फ़ोन से हटाया है, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया है कि ऑडियो अनुभव हर गुजरते साल के साथ अधिक स्मार्ट, अधिक आरामदायक और तकनीकी रूप से अधिक उन्नत होता जाए।